Bank called order to recover loans अखिलेश यादव ने सहकारी बैंक से ऋण वसूली और फिर उसे निरस्त करने के आदेश पर भाजपा पर हमला बोला। Bank called order to recover loans सहकारी बैंक ने शिक्षकों से ऋण वसूली का आदेश दिया। यह शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि भाजपा की गलत मंशा उजागर हो गई है और हो सकता है कि वह अभ्यर्थियों से बदला लेना चाहती हो।
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Bank called order to recover loans : हाईकोर्ट द्वारा 69000 शिक्षक भर्ती की मेरिट सूची पुनः जारी करने का आदेश
सपा (SP) अध्यक्ष Akhilesh Yadav ने भाजपा (BJP) पर बांदा जिला सहकारी बैंक की ओर से शिक्षकों के ऋण की वसूली करने का आदेश देने और फिर उसे रद्द करने का आरोप लगाया है। अखिलेश जादव ने कहा कि हाईकोर्ट द्वारा 69000 शिक्षक भर्ती की मेरिट सूची पुनः जारी करने के बाद सहकारी बैंक ने शिक्षकों का ऋण चुकाने का आदेश दिया, यह शर्मनाक है। युवाओं के गुस्से के कारण यह आदेश एक दिन भी नहीं चल पाया। ऋण वसूली का आदेश भी एक दिन में ही रद्द करना पड़ा। सपा प्रमुख ने कहा कि आदेश रद्द नहीं किया गया बल्कि स्थगित किया गया और युवा शिक्षकों को इसके लिए लड़ाई जारी रखनी चाहिए।
Bank called order to recover loans : अब सरकार उनके घर
अब सरकार उनके घर और संपत्ति जब्त करना चाहती है। शायद उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार शिक्षक भर्ती में अपनी गलत मंशा उजागर होने के बाद अभ्यर्थियों से बदला लेना चाहती थी। इस आदेश से शिक्षकों पर भारी दबाव पड़ेगा, जो पहले से ही अपनी नौकरी जाने के डर से परेशान हैं। अखिलेश ने कहा कि बैंक कर्मचारी जो ऋण वसूली के लिए जाते हैं, जब वे घर लौटेंगे तो उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा पर असर पड़ेगा। इसका असर दूरगामी होगा, क्योंकि शिक्षकों का असर शिक्षण कार्य पर भी नकारात्मक असर पड़ेगा और प्रदेश के बच्चों के भविष्य पर प्रतिकूल असर पड़ेगा।