Haj Yatra 2024: एक स्वतंत्र समूह के जलवायु वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं ने कहा है कि जलवायु परिवर्तन के कारण सऊदी अरब में तापमान बढ़ रहा है। Haj Yatra 2024: इसके परिणामस्वरूप सऊदी अरब में तापमान 2.5 डिग्री सेल्सियस बढ़ गया है। इस भीषण गर्मी के कारण कम से कम 550 हज यात्रियों की मौत हो गई है। रिपोर्ट बताती है कि मरने वालों में 323 मिस्रवासी और 98 भारतीय, पाँच ईरानी और पाँच जॉर्डनवासी शामिल हैं।
स्वतंत्र जलवायु वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं के एक समूह ने कहा है कि जलवायु परिवर्तन के कारण सऊदी अरब में तापमान बढ़ रहा है। सऊदी अरब के तापमान में 2.5 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई है। इस भीषण गर्मी के कारण कम से कम 550 हज यात्रियों की मौत हो गई।
Haj Yatra 2024: मक्का की मस्जिद के आसपास का तापमान 51.8 डिग्री सेल्सियस
Saudi Arabia news: शोधकर्ताओं का मानना है कि प्राकृतिक परिवर्तनशीलता ने इसमें मामूली भूमिका निभाई है। पिछले कुछ हफ़्तों में पूर्वी भूमध्य सागर और पश्चिम एशिया के बड़े इलाकों में तापमान चरम पर रहा है।मीडिया रिपोर्ट्स (Media Reports) में बताया गया है कि इस साल हज यात्रा के दौरान कम से कम 550 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई। वार्षिक हज यात्रा शुक्रवार को शुरू हुई थी। मक्का मस्जिद (Mecca Mosque) के आसपास का तापमान (temperature) 51.8 डिग्री सेल्सियस (Degree Celsius) तक पहुंच गया।
रिपोर्ट्स बताती हैं कि मरने वालों में 323 मिस्र के लोग, 98 भारतीय और 60 जॉर्डन के लोग शामिल हैं।मक्का की मस्जिद के आसपास का तापमान 51.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। रिपोर्ट्स बताती हैं कि मरने वालों में 323 मिस्र के लोग, 98 भारतीय और 60 जॉर्डन के लोग शामिल हैं। यूरोपीय संघ (European Union) द्वारा वित्तपोषित क्लाइमेटोमीटर विश्लेषकों ने इसे “असामान्य” घटना बताया। उन्होंने कहा, “हम सऊदी अरब में अत्यधिक गर्मी के लिए मानव जनित ग्लोबल वार्मिंग को जिम्मेदार मानते हैं।” प्राकृतिक परिवर्तनशीलता (Natural variability) ने इसमें मामूली भूमिका निभाई हो सकती है।”