Kargil Vijay Diwas 2024 पीएम मोदी शुक्रवार को कारगिल युद्ध स्मारक (Kargil War Memorial) जाकर कारगिल के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। Kargil Vijay Diwas 2024 इसके बाद वे शिंकू-ला सुरंग परियोजना का उद्घाटन करेंगे। यह मार्ग चीन की पाकिस्तान से लगी सीमा से दूर और बीच में स्थित है। इससे दुश्मन को सेना के वाहनों की गतिविधियों की जानकारी नहीं मिल पाएगी।भारतीय सेना अब चीन को उचित तरीके से जवाब देने के लिए तैयार हो गई है।
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Kargil Vijay Diwas 2024 : मोदी ने एक्स (X )पर ट्वीट कर कहा कि
PM modi in Kargil 26 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25वें कारगिल विजय दिवस पर कारगिल का दौरा करेंगे। वह अपने कर्तव्य के दौरान सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीरों को श्रद्धांजलि देंगे। मोदी सुबह 9:20 बजे कारगिल युद्ध स्मारक पर जाकर वीरों को श्रद्धांजलि देंगे। इसके अलावा, पीएम मोदी शिंकू ला सुरंग परियोजना का उद्घाटन करेंगे।मोदी ने अपने आधिकारिक एक्स पर, प्रधानमंत्री ने कहा कि हर भारतीय 26 जुलाई को एक विशेष दिन हर भारतीय के लिए बेहद खास है। हम 25वां कारगिल विजय दिवस मनाएंगे। यह उन सभी को श्रद्धांजलि देने का दिन है , जिन्होंने हमारे देश की रक्षा की है। मैं कारगिल युद्ध स्मारक पर हमारे नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित करूंगा।
Kargil Vijay Diwas 2024 : इस परियोजना से कनेक्टिविटी होगी पहले से बेहतर
उन्होंने कहा कि शिंकू ला सुरंग परियोजना भी शुरू होगी। इस परियोजना से खराब मौसम के दौरान लेह और अन्य क्षेत्रों के बीच संपर्क बेहतर होगा। यह सुरंग बहुत महत्वपूर्ण है। सीमा तक रसद पहुंचाने के लिए तीसरा और सबसे सुरक्षित विकल्प यही सुरंग है। पहला विकल्प जोजिला दर्रा है, जो पाकिस्तान की सीमा से सटा हुआ है। दूसरा विकल्प बारालाचा पास है जो चीन की सीमा से सटा हुआ है। यह तीसरा रास्ता अब शिंकू ला पास में सुरंग माध्यम से बना है।
श्रीनगर-कारगिल राजमार्ग पर दुश्मन की रहती थी नजर
1999 के कारगिल युद्ध के दौरान श्रीनगर से कारगिल हाईवे दुश्मन के सीधे निशाने पर था। दुश्मन आसानी से चोटियों से राजमार्ग पर हमला कर सकता था। यही वजह थी कि देश को लद्दाख से जोड़ने के लिए वैकल्पिक हाईवे बनाने की जरूरत महसूस की गई। हिमाचल से 15,800 फीट की ऊंचाई पर बने निमो पदम दारचा रूट पर दुनिया की सबसे ऊंची सुरंग बनेगी। ट्विन-ब्यूब, 4.1 किलोमीटर लंबी सुरंग 2025 तक बनकर तैयार हो जाएगी। निमो-पदम-दारचा रोड से हिमाचल प्रदेश का मनाली सिर्फ 298 किलोमीटर दूर है। मनाली से लेह रोड की दूरी 428 किलोमीटर है। श्रीनगर से लेह की दूरी 439 किलोमीटर है। वहां पहुंचने का यह सबसे छोटा रास्ता है।
कारगिल विजय दिवस हर वर्ष इस तारीख को बनाया जाता है
कारगिल विजय दिवस प्रतिवर्ष 26 जुलाई को ऑपरेशन विजय की याद में मनाया जाता है, जो 1999 में सफल रहा था। संघर्ष के दौरान, भारतीय सैनिकों ने जम्मू और कश्मीर के कारगिल सेक्टर में रणनीतिक स्थानों पर सफलतापूर्वक कब्जा कर लिया, जहां पाकिस्तानी सैनिकों और आतंकवादियों ने घुसपैठ की थी।