PM Modi Speech: 18वीं लोकसभा के शुरू होने से पहले आज नवनिर्वाचित सांसदों को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने का आग्रह किया। PM Modi Speech: उन्होंने कहा कि वह सभी की सहमति से सरकार चलाएंगे और उन्हें उम्मीद है कि विपक्ष जनभावनाओं को पूरा करने के लिए जिम्मेदारी से काम करेगा।संसद भवन में पत्रकारों (Journalists) से बातचीत में नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश के 65 करोड़ नागरिकों ने अपनी आकांक्षाओं के आधार पर 18वीं लोकसभा के लिए प्रतिनिधियों को चुना है।
हम सभी को उन लोगों की आशाओं और अपेक्षाओं को पूरा करना चाहिए जिन्होंने हम पर भरोसा जताया है। उन्होंने कहा कि वह सभी दलों की सहमति से सरकार चलाएंगे और उम्मीद जताई कि विपक्षी दल (opposition party) मिलकर लोगों की अपेक्षाओं को पूरा करने का काम करेंगे।
PM Modi Speech: प्रधानमंत्री मोदी ने 2024 का चुनाव महत्वपूर्ण बताया
Narendra modi on loksabha session: उन्होंने कहा कि आज संसदीय लोकतंत्र के लिए गौरव का दिन है। हम आजादी के बाद पहली बार नए संसद भवन में शपथ लेंगे। अब तक यह प्रक्रिया पुराने संसद भवन में होती थी। इस खास दिन पर मैं सभी नवनिर्वाचित सांसदों (Newly elected MPs) को बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। प्रधानमंत्री ने कहा कि 18वीं लोकसभा विकसित भारत 1947 जैसी कई अवधारणाओं (Concepts) के साथ शुरू होगी। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र (Democracy) ने अपने चुनाव शांतिपूर्ण और गौरवपूर्ण तरीके से पूरे किए। यह हमारे लिए गर्व का अवसर है।
चुनाव में 65 करोड़ से ज्यादा मतदाताओं ने हिस्सा लिया।उन्होंने 2024 का चुनाव महत्वपूर्ण बताया । यह चुनाव इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि आजादी के बाद से लगातार दूसरी बार जनता ने किसी सरकार को तीसरी बार मौका दिया है। यह हम सभी के लिए बहुत गर्व का अवसर है। हमारी सरकार को जनता ने तीसरी बार मौका दिया, इसका मतलब है कि उन्होंने हमारे काम पर भरोसा किया और उसे मंजूरी दी।
Narendra modi on loksabha session: आपातकाल देश के संविधान पर एक धब्बा : मोदी
PM modi appeal opposition: इसके बदले में मैं अपने देशवासियों का आभार व्यक्त करता हूं। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश चलाने के लिए आम सहमति होती है और सरकार बनाने के लिए बहुमत होता है। हमारा लक्ष्य देश के सभी नागरिकों की सहमति से उनकी सेवा करना है। इस देश के 140 करोड़ लोगों की आशाओं और सपनों को पूरा करना महत्वपूर्ण है। हम चाहते हैं कि सभी लोग साथ हों और हम संविधान (Constitution) की मर्यादाओं का पालन करते हुए विकास को गति देना चाहते हैं। 18वीं लोकसभा में युवा सदस्यों की अच्छी खासी संख्या है।उन्होंने आपातकाल को लोकतंत्र के लिए काला धब्बा बताया। 25 जून को लोकतंत्र के इस अपमान की 50वीं वर्षगांठ है। भारत के लोग उस दिन को कभी नहीं भूलेंगे जब लोकतंत्र को कुचला गया था।
आपातकाल देश के संविधान पर एक धब्बा था। हम वादा करते हैं कि संविधान के अनुसार, औसत आदमी के सपने और आकांक्षाएं साकार होनी चाहिए। इस देश में अब और आपातकाल (emergency) नहीं लग सकेगा। उन्होंने कहा कि लोगों ने हमें एक और मौका दिया है। यह एक बड़ी जीत है और हमारी जिम्मेदारी तीन गुना बढ़ गई है। मैं अपने देशवासियों (countrymen) को आश्वस्त कर सकता हूं कि दो बार पहले सरकार चलाने के बाद, हम इसे तीन गुना बेहतर तरीके से करेंगे। मोदी ने कहा कि हम एक नए मिशन के साथ आगे बढ़ रहे हैं। सभी सांसदों पर देश के प्रति बहुत बड़ी जिम्मेदारी है और मैं उन सभी से आग्रह करता हूं कि वे जनकल्याण की सेवा के लिए इस अवसर का लाभ उठाएं।
PM modi appeal opposition: प्रधानमंत्री ने विकसित दलों से जनहित में काम करने की अपील नवनिर्वाचित सांसदों और विपक्ष से की
Prime Minister ने विकसित दलों से जनहित में काम करने की अपील करते हुए कहा कि देश की जनता विपक्ष से सकारात्मक कदम की उम्मीद कर रही है। अब तक उन्हें निराशा ही हाथ लगी है, लेकिन अब उम्मीद है कि विपक्ष जनता की आकांक्षाओं पर खराब उतरेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि देश को एक अच्छे और जिम्मेदार विपक्ष (Opposition) की जरूरत है। हमें पूरा विश्वास है कि 18वीं लोकसभा में चुने गए सांसद लोगों की उम्मीदों पर खरे उतरेंगे। देश को आगे ले जाने की जिम्मेदारी हम सबकी है।
देश के 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकलते देखना नए आत्मविश्वास का स्रोत है। इससे हमें उम्मीद भी है कि हम जल्द ही भारत को गरीबी से मुक्त कर पाएंगे। हमें उम्मीद है कि 18वीं लोकसभा ऐसा सदन बनेगी जो ऐसे संकल्प लेकर आए, जिससे आम आदमी के सपने साकार हो सकें। मैं सांसदों का स्वागत करता हूं और उन्हें बधाई देता हूं और हम सबको मिलकर नागरिकों (Citizens) ने जो जिम्मेदारी दी है, उसे पूरा करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने 18वीं लोकसभा का वर्णन करते हुए कहा कि 18 की संख्या बहुत महत्वपूर्ण है। गीता के 18 अध्याय कर्म , करुणा और कर्तव्य का संदेश देते हैं। 18 पुराण भी हैं। भारत के अमृत काल में 18वीं लोकसभा (18th Lok Sabha in Amrit Kaal) का गठन शुभ संकेत है।