कांग्रेस नेता Rahul Gandhi Manipur violence को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला करते हुए शुक्रवार को कहा कि वह संसद और संसद के बाहर इस संकट को लेकर कुछ बोलना नहीं चाहते और इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं, जिससे साबित होता है कि वह मणिपुर में शांति बहाली नहीं चाहते हैं। Rahul Gandhi Manipur पर आज यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि नरेंद्र मोदी लोकसभा में जब विपक्षी दलों के अविश्वास प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दे रहे थे तो 2 घंटे 13 मिनट की भाषण में उन्होंने आखिर में मणिपुर पर अपनी बात रखी। वह मणिपुर को लेकर कितना गंभीर है इस बात का पता भाषण के दौरान उनके हाव-भाव में साफ झलक रहा था। जब बोल रहे थे तो मुस्कुरा रहे थे, उनके चेहरे पर पीड़ा का भाव कहीं नहीं था। सदन में नारे लग रहे थे और इससे साबित होता है कि वह मणिपुर में शांति नहीं चाहते हैं। उन्होंने कहा कि यह देखकर आश्चर्य होता है कि मणिपुर जल रहा है, वहां एक समुदाय के लोग दूसरे समुदाय के लोगों की जान लेने पर उतारू है लेकिन प्रधानमंत्री मोदी इस मुद्दे पर संसद में पुख्ता बात कहने की बजाय कांग्रेस तथा अन्य विपक्षी दलों और उनके नेताओं का नाम लेकर उन पर हमला कर रहे हैं।
गठबंधन और उसमें शामिल दलों पर हमला कर रहे हैं लेकिन मणिपुर की समस्या को हल्के-फुल्के में लेकर इस मुद्दे को गंभीरता से कोई बात नहीं कर रहे हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री को सोचना चाहिए कि वह किसी दल विशेष या क्षेत्र विशेष के नेता नहीं है बल्कि वह देश के प्रधानमंत्री हैं ।प्रधानमंत्री जब बोलते हैं तो बोलते समय उनकी बातों में प्रधानमंत्री का स्तर नहीं झलकता है ।देश के नेता का जैसा हाव-भाव उनमें देखने को नहीं मिलता है। मणिपुर जैसे मुद्दे पर जब वह हल्की-फुल्की बात करते हैं और इस त्रासदी पर बोलते हुए हंसते हैं तो साफ हो जाता है कि वह मणिपुर को हल्के में ले रहे हैं। वहां शांति के बारे में सोचते भी नहीं हैं। एक समुदाय के लोग दूसरे समुदाय के लोगों की हत्या करने के लिए हजारों हथियार लूट लेते हैं ,सब कुछ मुख्यमंत्री के सामने हो रहा है लेकिन मुख्यमंत्री के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती है।