Rajyasbha news में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने नियम 176 के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में मणिपुर की घटनाओं पर चर्चा कराने की मांग की , जिसका सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों ने कड़ा विरोध किया, जिसके कारण Rajyasbha news की कार्यवाही दोपहर 2:00 बजे तक स्थगित कर दी गई। सुबह सदन की कार्रवाई शुरू होने के बाद खडगे ने मणिपुर की घटनाओं पर चर्चा करने की मांग की और इसका विपक्षी दलों के सदस्यों ने जोरदार समर्थन किया। सभापति जगदीश धनखड़ ने कहा कि उन्हें नियम 267 के तहत मणिपुर हिंसा पर चर्चा कराने के लिए 48 नोटिस मिले जो नियम के अनुसार नहीं हैं ,उन्हें अस्वीकृत कर दिया गया है। इसी तरह से इसी मामले पर अल्पकालिक चर्चा के लिए 19 और नियम 167 के तहत चर्चा के लिए तीन नोटिस मिले हैं। इसी दौरान सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि विपक्ष के एक वरिष्ठ नेता की ओर से उन्हें चार विपक्षी नेताओं से मिलने का प्रस्ताव आया था।
विपक्ष के नेता के कमरे में गये थे और कुछ बातचीत भी हुई उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों के नेताओं ने उनके कमरे में आने से मना कर दिया ,यह उनकी मानसिकता को दर्शाता है इसका कांग्रेस के अध्यक्ष जयराम रमेश ने कड़ा विरोध किया।बाद में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे ने कहा कि सदन के नेता उनके कमरे में आये थे और वह किसी तरह नियम 176 के तहत मणिपुर पर चर्चा कराना चाहते थे ।उन्होंने कहा कि इसके लिए पूरा समय दिया जाएगा कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा कि वह प्रधानमंत्री की उपस्थिति में मणिपुर की घटनाओं पर चर्चा चाहते हैं, जिसका भाजपा के सदस्यों ने कड़ा विरोध किया शोरगुल के दौरान खड़गे ने कहा कि प्रधानमंत्री परमात्मा या भगवान नहीं है। जिसके बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया और उसकी कार्रवाई दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई है।