Wayanad Rescue operation वायनाड में हुए भूस्खलन के बाद आज पांचवें दिन भी बचाव अभियान जारी है। Wayanad Rescue operation 1300 से अधिक बचावकर्मी ,भारी मशीनरी और आधुनिक उपकरणों के साथ भूस्खलन में फंसे लोगों की तलाश कर रहे हैं। वायनाड में हुए भूस्खलन में 273 घायलों सहित 344 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई है। अधिकारियों को संदेह है कि लगभग 300 लोग लापता हो सकते हैं। वायनाड में हुए भीषण भूस्खलन के बाद आज पांचवें दिन भी बचाव अभियान जारी है। 1300 से अधिक बचावकर्मी, भारी मशीनरी और आधुनिक उपकरणों के साथ भूस्खलन में फंसे लोगों की तलाश कर रहे हैं।
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Wayanad Rescue operation : बड़े-बड़े पत्थर आ जाने से बचाव अभियान में आ रही परेशानी
Wayanad Landslide वायनाड में हुए भूस्खलन में 344 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई है। खोज और बचाव में विशेषज्ञता रखने वाली निजी कंपनियों और स्वयंसेवकों ने ऑपरेशन का नेतृत्व करने के लिए सेना, पुलिस और आपातकालीन सेवा (emergency service) इकाइयों में शामिल हो गए। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन (Pinarayi Vijayan) ने 1 लाख रुपये और उनकी पत्नी टी.के. कमला (T.K. Kamla) ने सीएमडीआरएफ (मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष) में 33,000 रुपये का योगदान दिया। भूस्खलन से आए बड़े-बड़े पत्थर और पेड़ मुंडक्कई और चूरलामल्ला के रिहायशी इलाकों में जमा हो गए हैं। इससे मलबे के नीचे फंसे लोगों को ढूंढना मुश्किल हो गया है।
30 जुलाई की सुबह वायनाड जिले में हुए भीषण भूस्खलन में अब तक 344 लोगों की मौत हो चुकी है और 273 अन्य घायल हैं।लगभग 300 लोगों के लापता होने का संदेह है और बचाव दल को नष्ट हो चुकी इमारतों और घरों में लापता लोगों की तलाश करते समय जलभराव वाली गंदगी सहित प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है।
पश्चिम बंगाल के श्रम मंत्री मोलॉय घटक ने कहा कि केरल के वायनाड जिले में पश्चिम बंगाल के 242 प्रवासी कामगार फंसे हुए हैं, जो भूस्खलन से प्रभावित है। इन कामगारों को निकालने का काम शुरू हो गया है। बचाव अभियान में रडार से लैस ड्रोन को भी लगाया गया। यह ड्रोन जमीन से 120 मीटर ऊपर उड़कर एक बार में 40 हेक्टेयर तक की खोज कर सकता है। आखिरी दिन जिला प्रशासन ने संभावित बचाव स्थानों को मैप करने के लिए जीपीएस (GPS) का इस्तेमाल किया। उन्होंने हवाई तस्वीरें भी लीं और सेल फोन लोकेशन (cell phone location) की जानकारी भी जुटाई। मलबे के नीचे शवों को खोजने के लिए ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रेडियो और कैडेवर डॉग को भी शामिल किया गया है।